MP : दुष्कर्म कर पत्थरों में दबाया; जबड़ा-दांत टूटे, दिमाग में खून का थक्का जमा
बैतूल। सारनी के पास जांगड़ा गांव में चाचा ही 13 साल की बच्ची के साथ हैवानियत पर उतर आया। अपने खेत की मोटर बंद करने आई बच्ची को दरिंदे ने पाइप लगाने के बहाने बुलाया। फिर दो खेतों के बीच गुजर रहे नाले में उससे दुष्कर्म किया। पुलिस ने दरिंदे सुशील को गिरफ्तार कर लिया है।
बच्ची भोपाल के एक निजी स्कूल की नौवीं की छात्रा है। कोरोनाकाल में जांगड़ा से दो किमी दूर के गांव छूरी स्थित स्कूल में पढ़ाई कर रही है। जनवरी में मध्य प्रदेश में दरिंदगी की यह चौथी घटना है। उमरिया, रीवा और सीधी में बच्चियों के साथ दरिंदगी की घटनाएं हुई हैं।
आरोपी को चाचा कहती थी बच्ची
आरोपी सुशील वर्मा (45) को बच्ची चाचा कहती थी और उसका खेत बगल में ही है। आरोपी ने दुष्कर्म की वारदात के बाद बच्ची के चेहरे और पेट पर पत्थर से वार किए। बच्ची को मरा समझकर बड़े पत्थरों से दबाकर अपने घर चला गया। उधर, जब बच्ची घर नहीं लौटी तो उसकी दो बहनें और पिता खेत पर पहुंचे। बच्ची को आवाज लगाने पर उसके कराहने की आवाज आई। रात के अंधेरे में टॉर्च की रोशनी में देखा तो वह पत्थरों में दबी थी।
परिजन उसे निकालकर घोड़ाडोंगरी अस्पताल पहुंचे। बच्ची की हालत देखते हुए उसे नागपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है। बच्ची का जबड़ा और दांत टूट गए हैं। मस्तिष्क में खून का थक्का जमा है। पेट में खून है, जिसे इंजेक्शन से निकाला जा रहा है। गले में नाखून के निशान हैं। गाल और कान में टांकें लगाए गए हैं। खून की उल्टियां हो रही हैं।
पिता बोले- रोजाना की तरह स्कूल से लाैट कर मोटर बंद करने गई थी
बच्ची के पिता ने बताया, ‘ मेरी बेटी रोजाना स्कूल से लौट कर खेत पर मोटर बंद करने जाती है। सोमवार शाम को घर से एक किलोमीटर दूर खेत पर गई थी। पौन घंटे तक लौट कर नहीं आई तो मैं बाइक से खेत पर देखने गया। वहां कोई नहीं दिखा तो सोचा कि वह खेत के रास्ते घर चली गई होगी। मैं बाइक से रोड के रास्ते आ गया। वापस घर गया, लेकिन बच्ची घर पर नहीं थी। फिर उसकी दो बड़ी बहनों को लेकर बाइक से खेत पर पहुंचा। तब तक अंधेरा हो गया था। हम मोबाइल की रोशनी में आवाज लगाने लगे। तब एक तरफ से किसी के कराहने की हल्की सी आवाज आई। उस तरफ गए तो बच्ची की हालत देख कलेजा फट गया।
लहूलुहान बच्ची पत्थरों में दबी हुई थी। कपड़े अस्त-व्यस्त पड़े थे। उसे निकाल कर मैं और एक बेटी घोड़ाडोंगरी हॉस्पिटल गए। डेढ़ घंटे में उसको हाेश आया तो बाेली सुशील चाचा ने मेेरे साथ जबरदस्ती की है। पाइप लगाने के लिए बुलाया और नाले में ले जाकर गंदा काम करने लगे। मना किया तो मारा। उसके बाद क्या हुआ, होश नहीं। सुबह हम बच्ची को लेकर नागपुर भागे। खून की उल्टियां कर रही है। टांके लगे हैं, शरीर पर नाखून के निशान हैं। उसकी ऐसी हालत करने वाले को फांसी होना चाहिए।’
एसपी से बोली महिला- उसे तो गोली मार दो
मंगलवार शाम को एसपी सिमाला प्रसाद घटनास्थल पहुंची। ग्रामीणों से जानकारी ली। एक महिला से एसपी कहने लगीं कि हम आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाएंगे। महिला ने गुस्से में कहा-उसे तो आप गोली मार दो।