देश में वैक्सीन के इमरजेंसी यूज पर विचार कर रही सरकार
नई दिल्ली । देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 91 लाख के पार हो गया है। अब तक 91 लाख 39 हजार 560 लोग संक्रमित हो चुके हैं। राहत की बात है कि इनमें 85 लाख 60 हजार 625 लोग ठीक हो चुके हैं। अभी 4 लाख 43 हजार 125 मरीजों का इलाज चल रहा है। संक्रमण के चलते जान गंवाने वालों की संख्या अब 1 लाख 33 हजार 750 हो गई है। रविवार को 24 घंटे के अंदर 43 हजार 652 नए मरीज मिले। 40 हजार 586 लोग रिकवर हुए और 487 की मौत हो गई।
इस बीच, केंद्र सरकार ने जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीन को लोगों तक पहुंचाने के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले बताया कि केंद्र सरकार कोविड-19 वैक्सीन के इमरजेंसी यूज पर भी विचार कर रही है। मतलब तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल के बाद अगर सबकुछ सही रहा तो सरकार वैक्सीन के इमरजेंसी यूज के लिए मंजूरी दे सकती है।
इमरजेंसी यूज के लिए नियम बनेगा
केंद्र सरकार की ओर से वैक्सीन को लेकर बनाई गई टीम ने पिछले दिनों बैठक की। बताया जाता है कि इसमें वैक्सीन के प्राइज, खरीददारी, वैक्सीनेशन प्रॉसेस, स्टोरेज आदि मसलों पर बातचीत की गई। इसमें नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) विनोद पॉल, सरकार के चीफ साइंटिफिक एडवाइजर के. विजय राघवन और केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण शामिल हुए थे। इसी में वैक्सीन के इमरजेंसी यूज को लेकर भी चर्चा हुई। तय हुआ कि वैक्सीन के इमरजेंसी यूज की मंजूरी देने के लिए कुछ नियम बनाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्र शासित राज्य के प्रतिनिधियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर बातचीत कर सकते हैं। न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी। बताया कि प्रधानमंत्री दो बैठकें करेंगे। सबसे पहले संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित 8 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कॉन्फ्रेंसिंग होगी। दूसरी मीटिंग में अन्य राज्यों और केंद्र शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों या प्रतिनिधियों से बातचीत होगी। इसमें वह वैक्सीन के वितरण प्रक्रिया, दूसरी लहर के रोकथाम जैसे मुद्दों पर बात करेंगे।